यदि हम अप्रत्यक्ष कर (Indirect Taxes - VAT, SERVICE, एवं EXC

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर के अनुसार

 

यदि हम अप्रत्यक्ष कर (Indirect Taxes - VAT, SERVICE, एवं EXCISE  के सन्दर्भ में देखे तो पाएंगे कि व्यापारी एक सरकारी अधिकारी की तरह जनता से टैक्स वसूल कर सरकार के खजाने में जमा कराता है। अर्थात वह एक सरकारी कर्मचारी की भूमिका निभा रहा है वह भी मुफ्त में। जिस काम के लिए सरकारी कर्मचारी मोटी तनख्वाह पाते हैं वही काम व्यापारी न केवल मुफ्त में, बल्कि प्रताड़ना सहते हुए करता है। यह एक विडम्बना है कि सरकार के लिए काम करने वाला व्यापारी हर तरह की उपेक्षा का शिकार है। आइए, अपनी ताकत पहचानिए और राजनीति में अपना स्थान सुनिश्चित कीजिए।

आपके सुझाव आमंत्रित हैं ।

IBP